लेखक, मौलाना तकी अब्बास रिज़वी कलकत्तवी
हौजा न्यूज एजेंसी। आज पूरी दुनिया में फिलिस्तीन और अल-अक्सा मस्जिद के जीर्णोद्धार के लिए आंदोलन और इजरायल के खिलाफ लड़ने का जोश वास्तव में इमाम खुमैनी के प्रयासों का परिणाम है।
इमाम खुमैनी ने फिलिस्तीन के उत्पीड़ित और दलित लोगों का समर्थन करने और पहले क़िबला को बहाल करने में संकोच नहीं किया।
ईरानी समाज के जीवन में जितने भी धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक परिवर्तन हुए हैं, वे इमाम राहील के आंदोलन का परिणाम हैं।
अगर आज! ईरानी राष्ट्र और मुस्लिम उम्मा के दिल चमक रहे हैं और भाग्य चमक रहा है, इसलिए यह इमाम खुमैनी के आंदोलन, उनके संघर्ष और पवित्र शहीदों के बलिदान के कारण है।
इमाम खुमैनी ने न केवल ईरानी राष्ट्र की नीरस सोच और मानसिकता को बदला बल्कि दुनिया के कोने-कोने में अपने विचारों और दिरष्ठि कोण से लोगों के दिल और दिमाग को भी ढालने की कोशिश की।
आयतुल्लाह अराकी (र.अ.) ने कहा: शांति और आशीर्वाद इस महान व्यक्ति पर हो, जिसने: मुस्लिम उम्मा की खोई हुई महानता और गरिमा को बहाल किया।
इस मुजाहिद को हमारा सलाम, जिसकी तकबीर की आवाज, दिल से रोने और रोने की आवाज ने गर्वित महाशक्तियों के दिलों को हिला दिया।
हजरत आयतुल्लाह इमाम खुमैनी के विचारों और दिरष्टिकोण का उपयोग किए बिना मुस्लिम देश और समाज का विकास करना असंभव है।