۱۵ تیر ۱۴۰۳ |۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 5, 2024
नमाज़

हौज़ा/ पहली और दूसरी रकआत में कोई हर्ज नहीं रखता,लेकिन तीसरी और चौथी रकआत में एहतियात यह हैं, कि सब्र करें और रुको में इक्तेदा करके जमाअत में शामिल हो,

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,रोजों के बारे में किए गए सवाल के उत्तर:
सवाल: क्या उस वक्त कि जब इमामें
जमआत रुकू के लिए झुक रहा हो लेकिन अभी रूकों में ना पहुंचा हो जमाअत में शामिल हो सकते हैं?


उत्तर : पहली और दूसरी रकआत में कोई हर्ज नहीं रखता,लेकिन तीसरी और चौथी रकआत में एहतियात यह हैं, कि सब्र करें और रुको में इक्तेदा करके जमाअत में शामिल हो,

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