हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने कहां,जान लीजिए कि बहुत सारे इलाक़ों की मुसलमान औरतें आपको देखती और आपसे सीखती हैं। यह जो आपको देखती हैं कि कुछ देशों में, इस्लामी हिजाब को दुश्मन की तरफ़ से शदीद हमलों का सामना है, इससे पता चलता है कि औरतें हिजाब की तरफ़ जा रही हैं।
ख़ास कर बुद्धिजीवी औरतों और विशेष कर छात्राओं में हिजाब का रुझान हुआ है, उन्हें हिजाब से प्यार हुआ है, वो हिजाब की तरफ़ बढ़ी हैं और उसकी हिफ़ाज़त की है, तो इसके लिए आप आइडियल हैं, आप उनके लिए नमूना हैं।
जान लीजिए कि आज दुनिया में कहीं भी हमारी इन शहीदों की माँओं की तरह, दो शहीदों की माँ, तीन शहीदों की माँ, चार शहीदों की माँ, इन जैसी औरतें नहीं हैं।
हमारे समाज में इन विशेषताओं वाली माँएं, जो बच्चों के बाप से बेहतर तरीक़े से और ज़्यादा मज़बूती और विवेक के साथ डटी रही हैं, बहुत ज़्यादा हैं। ये वही इस्लामी परवरिश है, ये वही हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा का पवित्र व नूरानी आँचल है।
इमाम ख़ामेनेई