हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, इराक़ में अरबईन के अवसर पर शुरू होने वाली झड़पों की निंदा करते हुए शिया मुसलमानों के वरिष्ठ धर्मगुरु आयतुल्लाहिल उज़मा सय्यद अली सिस्तानी ने कहाः मैं इस अवसर पर इन झड़पों को हराम समझता हूं और सभी को आपसी भाईचारे की दावत देता हूं। उन्होने एक संदेश जारी करके देश में जारी हंगामे और हिंसा को तुरंत बंद करने की मांग की है।
ज्ञात रहे कि सोमवार को इराक़ी शिया धर्मगुरु और राजनेता मुक़तदा सद्र द्वारा राजनीति से इस्तीफ़ा देने की घोषणा के बाद उनके समर्थकों ने बग़दाद के ग्रीन ज़ोन पर धावा बोल दिया था।
आयतुल्लाह सीस्तानी ने एक संदेश मे कहा कि इस्लामी शरीयत के अनुसार, इस्लामी कैलेंडर के पहले और दूसरे महीनों अर्थात मोहर्रम और सफ़र में युद्ध हराम है। उन्होने कहा कि मैं इस अवसर पर इन झड़पों को हराम समझता हूं और सभी को आपसी भाईचारे की दावत देता हूं।
उल्लेखनीय है कि बग़दाद समेत इराक़ के कई अन्य क्षेत्रो में होने वाली झड़पों में 32 लोगों के प्राणो से हाथ धोने की सूचना है। हालांकि इराक़ी नेताओं की ओर से की जाने वाली शांति की अपील के बाद, मंगलवार शाम को बग़दाद में हालात काफ़ी बेहतर हो गए।