हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,आयतुल्लाह शेख़ इब्राहीम ज़कज़की जब अफ्रीका पहुंचे कुछ जवान आपसे मिलने आए जवानों ने सवाल किया आगा मोहर्रम क़रीब हैं हम किस तरह अज़ा बरपा करे आपने फरमाया जिस तरह जनाबे ज़ैनब अपने मकसद को पूरा करने नाना का दीन बचाने के लिए पैदल चली ज़ख्मी हुईं उसी रास्ते पर चलते हुए यहां के हर एक गांव शहर तक पहुंचो
जिसके बाद शेख ने दिलचस्प सवाल किया कहा ये बताओ अफ्रीका में सबसे महंगी चीज़ क्या है ?
जवाब दिया खून वह चीज़ है जो यहां कोई किसी को नही देता जिसकी कीमत 100 से 200 डॉलर है इतना महंगा लेने की इस्तेताअत नही है लोगों में आपने जवानों से कहा जाओ और आशूरा में ऐलान करदो के हम ज़रूरत मंदो को blood donate करेंगे जिसमे कहीं 200 कहीं 400 कहीं 500 जवानों ने blood donation किया
धीरे धीरे इस मुहिम का असर यह हुआ लोग मोतावज्जे हुए और बड़े बड़े क़बीले के अफराद शेख़ के पास आना शुरू हुए सवाल हुआ आखिर खून क्यों दिया जा रहा है।
शेख़ सबको बिठाते और करबला बयान फरमाते धीरे धीरे इस तहरीक का असर ये हुआ के मिलियंस में लोग शिया मुस्लिम हुए उधर हुकूमत यानी निज़ामे ज़ुल्म निज़ामें कुफ्र को पसंद नही आया कुछ अरसे बाद मोहर्रम में blood donation पर पाबंदी लगा दी गई
हुकूमत से सवाल करने पर शेख़ को जवाब हासिल हुआ वो ये तुम्हारा अमल फिक्रे हुसैन को बढ़हा रहा है जिसके बाद शेख पर हमले शुरू हुए इनके सामने 3 बेटों को शहीद करदिया आपकी एक आंख अभी भी ज़ख्मी है बहन को जिंदा जला दिया गया