हौजा न्यूज एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित हदीस "मुसनद अल-इमाम अल-हादी" पुस्तक से ली गई है। इस हदीस का पाठ इस प्रकार है:
قال الامام الهادی علیه السلام:
اُذْكُرْ حَسَراتِ التَّفريطِ بِاَخْذِ تقديمِ الحَزْمِ
हज़रत इमाम नक़ी (अ) ने फ़रमाया:
अतीत की कमियों के लिए भविष्य में जोरदार संघर्ष के साथ प्रायश्चित करें।
मुसनद अल-इमाम अल-हदी, भाग 304