हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित हदीस को "बिहार उल-अनवार" किताब से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال امیرالمومنین علیه السلام:
فَتَدارَکْ ما بَقِیَ مِنْ عُمُرِکَ وَ لا تَقُلْ غَدا اَوْ بَعْدَ غَدٍ، فَإِنَّما هَلَکَ مَنْ کانَ قَبلَکَ بِاِقامَتِهِم عَلَی الأَمانیِّ وَ التَّسْویفِ حَتّی اَتاهُمْ اَمرُ اللّه بَغْتَهً وَ هُمْ غافِلُونَ
हज़रत इमाम अली (अ.स.) ने फ़रमाया:
अपनी बची हुई आयु का सदुपयोग करें और (अपने मामलों के करने में) आज और कल से काम न लो, क्योंकि आप से पहले के लोग अपनी इच्छाओं पर भरोसा करने के कारण मर गए, यहा तक कि भगवान का आदेश (मृत्यु) अचानक आ पहुंचा और वह बेखबर थे।
बिहार उल-अनवार, भाग 68, पेज 349