۱۵ تیر ۱۴۰۳ |۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 5, 2024
Majlis

हौज़ा/नये साल की पहली सुबह क़ुरानख्वानी व दुआ ए तवस्सुल से हुई आज बाद नमाज़ ए सुबह मौलाना जाफर रज़ा आबिदी साहब ने तकरीर कि और कहां,खुशी बाटने से बड़ती है और ग़म बाटने से कम होता है हमको अहलेबैत के बताए हुए रास्तो के मुताबिक खुशिया मनानी चाहिए

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,फ़ैज़ाबाद,अंग्रेज़ी कैलेण्डर के हिसाब से आज नये साल की पहली सुबह क़ुरानख्वानी व दुआ ए तवस्सुल से हुई आज बाद नमाज़ ए सुबह मौलाना जाफर रज़ा आबिदी साहब इमाम ए जुमआ की क़यादत मे इमाम ए मेंहदी फंड की ओर से क़ुरानख्वानी व दुआ ए तवस्सुल का एहतेमाम जामा मस्जिद मे किया गया

बाद दुआ मौलाना ज़फ़र अब्बास क़ुम्मी साहब ने अपने नूरानी बयान मे कहा हमको खुशियों को बाटना चाहिए क्यों कि खुशी बाटने से बड़ती है और ग़म बाटने से कम होता है हमको अहलेबैत के बताए हुए रास्तो के मुताबिक खुशिया मनानी चाहिए

उन्होंने अपने बयान मे करबला मे इमाम ए हुसैन की शहादत का ज़िक्र किया जिसको सुनकर मोमनींन ज़ारो क़तार रोने लगे उन्होंने इमाम ए मेहदी फंड की सराहाना की उन्होंने कहा नये साल की सुबह का यह बेहतरीन आगाज़ है बाद तक़रीर अंजुमन गुनच ए मज़लूमिया ने अर्शी फैज़ाबादी का नौहा ज़मीने करबला बुलाती है नाना पढ़ा, इस मौक़े पर कसीर तादाद मे मोमनींन मौजूद रहे ।

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