हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "खिसाल" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
قال رسول الله صلی الله علیه وآله وسلم
لا تَزولُ قَدَما عَبدٍ يَومَ القيامَةِ حَتّى يُساَلَ عَن اَربَعٍ:
۱. عن عُمُرِهِ فيما اَفناهُ
۲. و عَن شَبابِهِ فيما اَبلاهُ
۳. و عَن مالِهِ مِن اَينَ َ اكْتَسَبَهُ وَ فِيمَا أَنْفَقَهُ
۴. و عَنْ حُبِّنَا أَهْلَ الْبَيْتِ؛
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:
क़यामत के दिन इंसान एक क़दम भी नहीं उठा पाएगा सिवा इसके कि उससे चार सवाल पूछे जाएँगें
(1)उससे उम्र के बारे में पूछा जाएगा कि किस तरह गुजारी
(2)उसकी जवानी के बारे में सवाल किया जाएगा कैसे गुज़ारी
(3)उसके बालों दौलत के बारे में पूछा जाएगा कैसे प्राप्त किया और कहां खर्च किया
(4)और हम अहलेबैत कि दोस्ती और मोहब्बत के बारे में सवाल किया जाएगा
अलखिसाल, पेंज 253,हदीस 125