शुक्रवार 2 दिसंबर 2022 - 08:54
मरीज़ों की सेवा करने का फल

हौज़ा/इंशाल्लाह इसे शोहदा का महान अज्र मिलेगा, मगर यह युद्ध के मैदान के शहीदों का हुक्म नहीं रखता,

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई से पूछे गए सवाल का जवाब दिया हैं।जो शरई मसाईल में दिलचस्पी रखते हैं,उनके लिए यह बयान किया जा रहा हैं।


सवाल: अगर अस्पतालों के मेडिकल स्टाफ में से किसी एक की कोरोना वायरस के मरीजों की देखभाल करते हुए मौत हो जाए तो क्या उसे शहीद माना जाएगा?

उत्तर: इंशाल्लाह इसे शोहदा का महान अज्र मिलेगा, मगर यह युद्ध के मैदान के शहीदों का हुक्म नहीं रखता,

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