हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, आयतुल्लाह वहीद ख़ुरासानी ने धार्मिक संघों के सदस्यों को संबोधित किया और कहा: इमाम हादी (अ) की शहादत पुर शुकूह अंदाज मे मनाएं।
उन्होंने कहा: अमरे आले -मुहम्मद का एहया हम सभी की जिम्मेदारी है। हमारा काम इमाम ज़माना की महिमा के अनुसार होना चाहिए। इस दिन अर्थात इमाम हादी (अ) की शहादत का एहया इमाम ज़माना (अजल) की सेवा में ताज़ीयत पेश करना है।
उन्होंने कहा: सभी धार्मिक संघों को एक -दूसरे के साथ सहयोग करना चाहिए ताकि इमाम हादी की शहादत को सम्मानजनक तरीके से मनाया जा सके।
आयतुल्लाह वहीद ख़ुरासानी ने कहा: ये सभी काम इमाम ज़मान की खुशी के लिए हैं । हमारी जिम्मेदारी बहुत गंभीर है। यदि उस दिन धार्मिक संघ सामने आते हैं, तो यह दुनिया में और उसके बाद उनके लिए एक महान भंडार होगा।
उन्होंने अंत में कहा: इन दिनों अर्थव्यवस्था के बारे में कई लोगों की शिकायतें हम तक पहुंच रही हैं। सभी अधिकारियों को इस पर ध्यान देना चाहिए। उन्हें लोगों के जीवन के पुनरुद्धार के लिए अपनी जिम्मेदारियों का पालन करना चाहिए। उन्हें हिम्मत करनी चाहिए, ऐसा न हो कि लोग भूखे रहें या एक परिवार आर्थिक रूप से असहाय होगा। शीआयाने आले मुहम्मद की सेवा करने के लिए खुद को समर्पित करने का सवाब बहुत अधिक है। ईश्वर हम सभी को इमाम ज़ामना (उजल) के शिया की सेवा करने का अवसर प्रदान करे।