हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "उसूल काफी " पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الباقر علیه السلام
صِلَةُ الاَْرْحامِ وَ تُحَبِّبُ فى اَهْلِ بَيْتِهِ فَلْيَتَّقِ اللّهَ وَ لْيَصِلْ رَحِمَهُ
हज़रत इमाम मुहम्मद बाकिर अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
सिलेह रहमी से परिवार में प्रिय और पसंदीदा बनाती है, इसलिए व्यक्ति को धर्मपरायणता अपनानी चाहिए और अपने परिवार और रिश्तेदारों के प्रति दया दिखानी चाहिए
उसूल काफी,भाग 2,पेंज 152
आपकी टिप्पणी