हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "अल-अमाली" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال رسول الله صلی الله علیه وآله وسلم:
مَن قضى لأخيهِ المؤمنِ حاجَةً كانَ كمَنْ عَبدَ اللّه َ دَهرَهُ
पैगंबर (स) ने फ़रमाया:
अपने मोमिन भाई की आवश्यकता को पूरा करने वाला व्यक्ति ऐसा है मानो उसने अपना सारा जीवन ईश्वर की भक्ति में व्यतीत कर दिया हो।
अल-अमाली लिलतूसी: 481/1051