हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "बिहारूल अनवार " पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الهادی علیه السلام
الْمِرَاءُ یُفْسِدُ الصَّدَاقَةَ الْقَدِیمَةَ وَ یَحُلُّ الْعُقْدَةَ الْوَثِیقَةَ وَ أَقَلُّ مَا فِیهِ أَنْ تَکُونَ الْمُغَالَبَةُ، وَ الْمُغَالَبَةُ أَمْتَنُ أَسْبَابِ الْقَطِیعَةِ
हज़रत इमाम हादी अ.स.ने फरमाया:
बहस और झगड़ा पुरानी दोस्ती को खत्म कर देती है और मजबूत संबंधों को अलग कर देती हैं, और इन तर्कों का सबसे कम प्रभाव यह है कि दोनों लोग एक दूसरे पर हावी होने की कोशिश करते हैं और यही एक काम जो एक दूसरे को गिरा हुआ दिखाने के चक्कर में दोस्ती टूटने का सबब बनता हैं।
बिहारूल अनवार,भाग 78,पेंज 379
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