हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "बिहारूल अनवार" पुस्तक से लिया गया हैं।इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الرضا علیه السلام
لاَ تُؤَخِّرَنَّ صَلاَةً عَنْ أَوَّلِ وَقْتِهَا إِلَى آخِرِ وَقْتِهَا مِنْ غَيْرِ عِلَّةٍ عَلَيْكَ أَبَداً بِأَوَّلِ اَلْوَقْتِ
हज़रत इमाम अली रज़ा अ.स. ने फरमाया:
हरग़ीज़ अपनी नमाज़ को बगैर किसी मजबूरी के अव्वाले वक्त से आखीर वक्त पर विलंबित न करों,हमेशा अव्वाले वक्त कि पबंदी करों,
बिहारूल अनवार,भाग 80,पेंज 21