हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली खामेनेई ने कहां,अच्छी फ़ैमिली का मतलब यह है कि मियां-बीवी एक दूसरे के साथ मेहरबान रहें, वफ़ादार रहें, उनके बीच अपनापन रहे, एक दूसरे से मोहब्बत करें, एक दूसरे का ख़्याल रखें, एक दूसरे के हितों का सम्मान करें और उन्हें अहमियत दें, यह सबसे पहला मरहला है।
इसके बाद, फ़ैमिली में जो बच्चा पैदा होता है, उसके सिलसिले में ज़िम्मेदारी महसूस करें, उसकी भौतिक और आत्मिक नज़र से सही परवरिश करके उसे बड़ा करें। इस तरह की फ़ैमिली, किसी भी मुल्क में हक़ीक़ी सुधार की बुनियाद होती है
क्योंकि इंसान, इस तरह के अच्छे घरानों में परवरिश पाते हैं, अच्छी ख़ूबियों के साथ बड़े होते हैं। बहादुरी के साथ, मोहब्बत के एहसास के साथ, साहस के साथ, फ़ैसला करने की हिम्मत के साथ, दूसरों के लिए बुरा नहीं, बल्कि भलाई के जज़्बे के साथ, शराफ़त के साथ।
तो जब समाज के लोगों में ये ख़ूबियां होंगी तो ऐसा समाज कभी भी बर्बादी का मुंह नहीं देखेगा।
इमाम ख़ामेनेई,