हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "तंबिहुल ग़ाफलीन ,,पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال رسول الله صلی الله علیه وآله وسلم
حُبُّ الأَولادِ سِترٌ مِنَ النّارِ ، وَالأَكلُ مَعَهُم بَراءَةٌ مِنَ النّارِ ، وكَرامَتُهُم جَوازٌ عَلَى الصِّراطِ
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:
औलाद से मोहब्बत जहन्नम की आग के मुकाबिल में पर्दा हैं,और उनके साथ खाना खाना जहन्नम की आग से निजात और उनकी इज्जत व एहतेराम करना पुलसेरात से गुज़रने का सबब हैं।
तंबिहुल ग़ाफलीन,पेंज 344,हदीस नं 501