हौज़ा न्यूज़ एजेंसी
तफसीर; इत्रे क़ुरआन: तफसीर सूरा ए बकरा
بسم الله الرحـــمن الرحــــیم बिस्मिल्लाह हिर्राहमा निर्राहीम
وَالَّذِينَ كَفَرواْ وَكَذَّبُواْ بِآيَاتِنَا أُولَئِكَ أَصْحَابُ النَّارِ هُمْ فِيهَا خَالِدُونَ वल लज़ीना कफ़रू व कज़्ज़बू बेआयातेना ऊलाएका असहाबुन नारे हुम फ़ीहा ख़ालेदून (बकरा 39)।
अनुवादः और जिन्होंने इनकार किया और हमारी निशानीयो को झुठलाया, वे जहन्नम वाले होंगे। वे उसमें सदा सर्वदा रहेंगे।
📕 क़ुरआन की तफ़सीर 📕
1️⃣ अल्लाह की निशानीयो का इन्कार और काफ़िर और कुफ़्र करने वालों का अज़ाब जहन्नुम की आग है।
2️⃣ जो लोग अविश्वास करते हैं और अल्लाह की निशानी से इनकार करते हैं वे हमेशा के लिए नरक में रहेंगे।
3️⃣ नरक की आग और उसकी आग शाश्वत और शाश्वत है।
4️⃣ अल्लाह तआला अपने मार्गदर्शन को लोगो की ओर इस तरह भेजता है कि इस मार्गदर्शन की दिव्यता का संकेत और प्रतीक इसके साथ होता है।
•┈┈•┈┈•⊰✿✿⊱•┈┈•┈┈•
📚 तफसीर राहनुमा, सूरा ए बकरा
•┈┈•┈┈•⊰✿✿⊱•┈┈•┈┈•