हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, जायोनी समाचार पत्र हारेत्ज़ ने चेतावनी देते हुए अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि यहूदियों की नई परिभाषा के अनुसार रूसी जब़ान बोलने वाले जो यहूदी अवैध अधिकृत फिलिस्तीन में रहते हैं अब उनका रहना कठिन हो जायेगा।
जायोनी शासन के प्रधानमंत्री नेतनयाहू के मंत्रिमंडल ने यहूदियों की एक नई परिभाषा की है और इस नई परिभाषा की वजह से रूसी मूल के लाखों यहूदी इस्राईल से निकाले जा सकते हैं और इस प्रकार के यहूदियों को नेतनयाहू के विरोधियों की पंक्ति में रखा गया है।
जायोनी संचार माध्यमों के अनुसार नेतनयाहू के खिलाफ होने वाला प्रदर्शन का 20वां सप्ताह आरंभ हो गया है और यहूदियों का निष्कासन न्यायपालिका में सुधार से भी अधिक खतरनाक हो सकता है।
नेतनयाहू के मंत्रिमंडल में एक प्रभावी प्रतिनिधि सीमखा रोतमेन पलायन के संबंध में मौजूद कानून में संशोधन चाहते हैं और उनका कहना है कि जो कानून 1950 में पारित किया गया था उसमें सुधार किया जाना चाहिये और उन लोगों की योग्यता की समीक्षा की जानी चाहिये जो इस्राईल की नागरिकता चाहते हैं।
पूर्व सोवियत संघ के दौरान उस व्यक्ति को यहूदी कहा जाता था जिसके बाप व पूर्वज यहूदी थे और रूस, यूक्रेन और बेलारूस से जो यहूदी पलायन करके इस्राईल जाते थे वे इस कानून का लाभ उठाते थे जबकि आमजनमत में यह धारणा पायी जाती है कि यहूदी वह है जिसकी मां यहूदी हो।
इस आधार पर इस समय जायोनी मंत्रिमंडल यहूदियों की परिभाषा बदलने की चेष्टा में है जो रूस, यूक्रेन और बेलारूस जैसे देशों से आकर अवैध अधिकृत फिलिस्तीन में रहने वाले कई लाख यहूदियों की चिंता का कारण बन गया है।