हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,तुर्की के राष्ट्रपति रजत तैय्यब अर्दोग़ान ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज हमास अपनी मातृभूमि की सुरक्षा और उसकी आज़ादी के लिए लड़ रहा है।
उन्होंने सऊदी अरब की राजधानी रियाज़ में इस्लामी देशों के सहयोग संगठन ओआईसी की आपात बैठक से वापसी के बाद हमास को आतंकवादी गुट कहने पर आधारित पश्चिमी देशों के दावों को रद्द कर दिया और फिलिस्तीन समस्या के समाधान के संबंध में राष्ट्रसंघ, सुरक्षा परिषद और दूसरे अंतरराष्ट्रीय संगठनों की अनुपयोगिता की आलोचना की और राष्ट्रसंघ के ढांचे में सुधार की मांग की।
उन्होंने स्पष्ट किया कि पूरी दुनिया और लोगों के जीवन को वीटो का अधिकार रखने वाले पांचों के हवाले नहीं किया जा सकता और सुरक्षा परिषद में सदस्यता की व्यवस्था और वीटो के अधिकार को परिवर्तित किया जाना चाहिये। इसी प्रकार तुर्किये के राष्ट्रपति ने कहा कि गज्जा पट्टी फिलिस्तीनियों से संबंधित है न कि अतिग्रहणकारी जायोनियों से।
उन्होंने विश्व समुदाय का आह्वान किया कि गज्जा में जायोनी सरकार के अपराधों और हत्याओं के खिलाफ कार्यवाही करे। तुर्किये के राष्ट्रपति ने इस्राईल को बच्चों की हत्यारी सरकार का नाम दिया और उसने शरणार्थी शिविरों, बेघर लोगों, मस्जिदों, गिरजाघरों और अस्पतालों पर बमबारी करके युद्धापराध किया है।
तुर्किये के राष्ट्रपति ने ओआईसी की बैठक की समाप्ति पर जारी किये जाने वाले संयुक्त बयान के बारे में कहा कि इस बयान में बहुत सी नई बातें व बिन्दु हैं और उनमें से एक यह है कि इस बयान में जायोनी कालोनियों में रहने वालों को आतंकवादी कहा गया है।
तुर्किये के राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे क्षेत्र को तुरंत उन देशों से आज़ाद व मुक्त होना चाहिये जो दसियों हथियार किलोमीटर दूर से हमारे क्षेत्र में आये हैं और यहां वे शक्तिशाली होना चाहते हैं।