हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,मुहर्रम का महीना इस्लाम धर्म को मानने वाले लोगों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इसी महीने में हज़रत इमाम हुसैन की शहादत हुई थी हज़रत इमाम हुसैन इस्लाम धर्म के संस्थापक हज़रत मोहम्मद साहब के छोटे नवासे थे उनकी शहादत की याद में मोहर्रम के महीने के दसवें दिन मातम जुलूस निकाला जाता हैं।
मोहर्रम पर निकलने वाले आलम का जुलूस और ताजिये को ध्यान में रखकर बैठक की गई. शांति एवं सौहार्द के साथ मनाने के लिए शांति समिति और पुलिस थानों में सीएलजी के सदस्यों की बैठक आयोजित की गई
इस दौरान जिले में सांप्रदायिक सद्भाव,सामाजिक सौहार्द और कानून व्यवस्था को लेकर अधिकारियों और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए
मोहर्रम पर निकलने वाले ताजिया को लेकर सभी थानों में सीएलजी सदस्यों के साथ बैठक कर क्षेत्र में शांति बनाये रखने और सोशल मीडिया पर भ्रामक पोस्ट न डालने मोहर्रम पर निकलने वाले जुलूस और ताजिया की प्रशासन से अनुमति लेकर निकालने के निर्देश भी दिए गए
साथ ही लोगों से अपील भी की है कि असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखे कोई भी अवांछित सूचना पर तुरंत पुलिस को सूचित करें. माहौल बिगाड़ने वालों और गलत अफवाह फ़ैलाने वालों व अवैध हथियारों का प्रदर्शन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी