हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,मराजय इकराम से पूछे गए सवाल:
सवाल:धूम्रपान करना कैसा है?
उत्तर: अगर धूम्रपान करना जीवन के लिए भविष्य में हानिकारक हो इसका सेवन न करें और अगर उसको यकीन हो की इसके पीने से ज़्यादा नुकसान नहीं होगा तो कोई हर्ज नहीं हैं।
हौज़ा/अगर धूम्रपान करना जीवन के लिए भविष्य में हानिकारक हो इसका सेवन न करें और अगर उसको यकीन हो की इसके पीने से ज़्यादा नुकसान नहीं होगा तो कोई हर्ज नहीं हैं।
हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,मराजय इकराम से पूछे गए सवाल:
सवाल:धूम्रपान करना कैसा है?
उत्तर: अगर धूम्रपान करना जीवन के लिए भविष्य में हानिकारक हो इसका सेवन न करें और अगर उसको यकीन हो की इसके पीने से ज़्यादा नुकसान नहीं होगा तो कोई हर्ज नहीं हैं।
हौज़ा | अगर डॉक्टर महिला है तो शरीयत के हिसाब से सर्जरी करने में महिला को कोई दिक्कत नहीं है और इसी तरह अगर डॉक्टर महरम है तो चेहरे की सर्जरी करने में…
हौज़ा / अगर एतेकाफ़ वाजिब ना हो(नज़र,कस्म,अहद की वजह से) तो एहतियात के तौर पर एतिकाफ करने वाले के लिए किसी भी तरह के इत्र को सुगना चाहे इससे लज्ज़त महसूस…
नही,अगर ना महरम मर्द इसको नहीं देखा है तो ऐसे चेहरे को नमाज में छुपाना ज़रूरी नहीं है जिस पर मेकअप किया हुआ हैं।
हौज़ा/अपने पर्सनल काम के लिए इंटरनेट का प्रयोग करना जायज़ नहीं है और अगर इंटरनेट का प्रयोग किया है तो उसकी कीमत का खुद जिम्मेदार होगा,हालांकि, अगर यह मालिक…
हौज़ा: अगर वीर्य गर्भ में ठहर जाने के बाद बर्बाद होने या हराम निगाह और छूने का सबब हो तो जायज़ नहीं हैं अन्यथा इसमें कोई हर्ज नहीं हैं।
हौज़ा | उससे संपर्क न खोएं, जब आप उससे मिलें तो उसको सलाम करें, उसका हाल चाल पूंछे, अगर वह बीमार है तो उससे मिलें और ज़रूरत पड़ने पर उसकी मदद करें, आदि।
हौज़ा/ सुप्रीम लीडर ने फरमाया,कभी कभी इंसान जितनी भी दुआ करे क़ुबूल नहीं होती, इसकी वजह क्या है? रिवायत में आया है कि अगर दुआ की शर्तें मौजूद न हों तो…
हौज़ा/ सिर्फ रंग का गहरा हो जाना सजदे से नहीं रोकता अगर सजदे गाह की जगह पर मेल वगैरह इस तरह से जम गई हो कि सजदा गाह तक पेशानी नहीं पहुंच रही हो तो उस पर…
हौज़ा/ रमज़ान का महीना अपनी विशेषताओं की वजह से ख़ास अहमियत रखता है, जिसमें इंसान की ज़िंदगी और आख़ेरत दोनों को संवारा जाता है, इसलिए अगर कोई इस मुबारक…
हौज़ा/कोई हर्ज नहीं है, हालांकि, अगर अमर बिलमरूफ नाही अनील मुनंकर की शर्तें मौजूद हों, तो उसे ख़ुम्स का भुगतान करने की सलाह देना आवश्यक हैं।
हौज़ा/अगर वह असली हैं, तो उन मामलों में जिनमें भ्रष्टाचार और बुराई नहीं है,तो बजाते खुद इशकाल नहीं रखता, हालाँकि, अगर वह नकली और झूठे हैं, तो यह जायज़…
हौज़ा / अहले सुन्नत इमाम जुमा ने कहा: अगर इमाम हुसैन का क़याम नहीं होता, तो आज इस्लाम का कोई नाम और निशान नहीं होता। आज इस्लामी जगत इमाम हुसैन (अ.स.) के…
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