۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
समाचार कोड: 385107
26 जनवरी 2023 - 10:20
शरई अहकाम

हौज़ा/अगर वह असली हैं, तो उन मामलों में जिनमें भ्रष्टाचार और बुराई नहीं है,तो बजाते खुद इशकाल नहीं रखता, हालाँकि, अगर वह नकली और झूठे हैं, तो यह जायज़ नहीं है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई से पूछे गए सवाल का जवाब दिया हैं।जो शरई मसाईल में दिलचस्पी रखते हैं,उनके लिए यह बयान किया जा रहा हैं।


सवाल:  सच्चे या बनावटी और झूठे (फेक )लाइक

?और फॉलोअर्ज़ का बेचने का क्या हुक्म है?
 

उत्तर: अगर वह असली हैं, तो उन मामलों में जिनमें भ्रष्टाचार और बुराई नहीं है,तो बजाते खुद इशकाल नहीं रखता, हालाँकि, अगर वह नकली और झूठे हैं, तो यह जायज़ नहीं है।

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