۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
शरई अहकाम

हौज़ा | यह काम जायज़ नहीं है। सामान्य से अधिक समय न बिताएं, यानी दूसरों की तरह ग़ुस्ल करें, समय के मामले में भी और पानी खर्च करने के मामले में भी फिजूलखर्ची हराम है, और शैतान से बचें। सज़ा कड़ी है।

होज़ा न्यूज़ एजेंसी

प्रश्नः अगर किसी को ग़ुस्ल करने में बहुत शक होता हो और हर बार ग़ुस्ल करने मे एक घंटे से अधिक समय लगता हो और नमाज़ क़ज़ा हो जाती हो तो उसे क्या करना चाहिए?
उत्तर: यह काम जायज़ नहीं है। उसे सामान्य से अधिक समय नहीं बिताना चाहिए, यानी उसे दूसरों की तरह ग़ुस्ल करना चाहिए, समय के मामले में भी और पानी खर्च करने के मामले में भी फिजूलखर्ची हराम है, और शैतान से बचें सज़ा सख्त है।

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