होज़ा न्यूज़ एजेंसी
सवालः अधर्मी और पापी रिश्तेदारों से सिले रहम करने का क्या हुक्म है? या उन्हे भूल जाना चाहिएं, और यदि वे हमारे सामने कोई पाप करें, तो क्या हुक्म है?
जवाब: सिले रहम को नहीं छोड़ा जाना चाहिए, हां, सिले रहम का मतलब केवल एक-दूसरे की ज़ियारत करना नहीं है, बल्कि संबंधों को पूरी तरह से खत्म करना भी जायज़ नहीं है, और किसी भी मामले में, हमें उन्हें सुधारने की कोशिश करनी चाहिए।