۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
اعتکاف

हौज़ा / पैगंबर (स) ने एक हदीस में एतेकाफ में पापों को माफ करने का तरीका बताया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित हदीस "कंजुल उम्माल" पुस्तक से ली गई है। इस हदीस का पाठ इस प्रकार है:

قال رسول اللہ صلی اللہ علیه وآله:

مَنِ اعتَكَفَ إيمانا وَ احتِسابا غُفِرَ لَهُ ما تَقَدَّمَ مِن ذَنبِهِ

पैग़म्बर (स) ने फ़रमाया:

जो शख्स ईमान से लबरेज है और ईश्वरीय इनाम पाने के लिए एतेकाफ में बैठता है, उसके पिछले सभी गुनाह माफ कर दिए जाते हैं।

कंज़ुल उम्मल, हदीस 24007

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