हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार अलमुस्तफा इंटरनेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट के अनुसंधान विभाग के उप प्रमुख हज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन काज़मी ने अंत में उत्सव के लक्ष्यों और उद्देश्यों का उल्लेख किया और कहा शेख तुसी महान शख्सियात थी यह महोत्सव 1998 में शुरू हुआ जिसका सिलसिला अभी भी जारी है, 2011 से इसका आयोजन अलमुस्तफा इंटरनेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट के माध्यम से किया जा रहा है।
शेख़ तूसी महोत्सव के कार्यकारी सचिव ने इस महोत्सव का उल्लेख करते हुए कहा हर साल जमीयतुल अलमुस्तफा के छात्र, शिक्षक और कर्मचारी अपनी रचनाएँ, थीसिस और अनुवाद आदि भेजकर इस महोत्सव में भाग लेते हैं इस महोत्सव में 58 देशों के छात्रों ने भाग लिया 16 भाषाओं में अपना शोध महोत्सव में प्रस्तुत किया हैं।
इस महोत्सव में सर्वोच्च नेता की नज़र में इस्लामी क्रांति की संस्कृति का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव विषय पर 200 पेपर भी प्राप्त हुए जिनमें 7 पेपरों का चयन किया गया।
शेख़ तुसी अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव के समापन कार्यक्रम में चयनित कृतियों और कृतियों को पुरस्कार और सम्मान से सम्मानित किया गया, साथ ही प्रमुख विचारक और शोधकर्ता स्वर्गीय अल्लामा शेख बाकिर शरीफ अलकुरैशी के कार्यों का अनावरण भी किया गया 25वां शेख तुसी अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान महोत्सव मे लोग अधीक संख्या में शामिल हुए।