۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
समाचार कोड: 389100
28 फ़रवरी 2024 - 12:44
दिन की हदीस

हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में अदालत कायम न करने की सजा की की ओर इशारा किया हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "मुस्तद्रक अला अलसाहीहैन"पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:

:قال رسول اللہ صلی اللہ علیه وآله

ما مِنْ اَحَدٍ يَكونُ عَلى شَى ءٍ مِنْ اُمورِ هذِهِ الاُْمَّةِ قَلَّتْ اَمْ كَثُرَتْ فَلايَعْدِلُ فيهِمْ اِلاّ كَبَّهُ اللّه ُ فِى النّارِ

हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:

जो भी इस उम्मत के (छोटे, बड़े) कामों में से किसी काम को अपने जिम्में ले,लेकिन उनके दरमियां अदालत कायम न करें तो अल्लाह तआला इसे मुंह के बाल जहन्नम में धकेल देगा,

मुस्तद्रक अला अलसाहीहैन,भाग 4,पेंज 90

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