۱ آذر ۱۴۰۳ |۱۹ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 21, 2024
इत्रे क़ुरआन

हौज़ा | अल्लाह और रसूल का अनुसरण करना नरक की आग से बचने का कारण है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी

بسم الله الرحـــمن الرحــــیم  बिस्मिल्लाह अल-रहमान अल-रहीम
‏وَأَطِيعُوا اللَّهَ وَالرَّسُولَ لَعَلَّكُمْ تُرْحَمُونَ वअतीउल्लाहा वर रसूला लअल्लकुम तुरहमून (आले-इमरान, 132)

अनुवाद: और अल्लाह और रसूल (स) का आज्ञापालन करो, ताकि तुम पर दया की जाए।

क़ुरआन की तफ़सीर:

1️⃣ईश्वर की दया प्राप्त करना ईश्वर और रसूल (स) की आज्ञाकारिता के कारण है।
2️⃣ ईश्वर के दूत के आदेशों का पालन करना अनिवार्य है।
3️⃣ अल्लाह और रसूल का अनुसरण करना नरक की आग से बचने का कारण है
4️⃣सूदखोरी ईश्वर और रसूल (स) की अवज्ञा है और उनके हुक्म की अवज्ञा है।
5️⃣ ईश्वर की दया से धन्य होने की आशा लोगों को ईश्वर और उसके रसूल (स) का अनुसरण करने के लिए प्रेरित करती है।
6️⃣ईश्वर और रसूल का अनुसरण करने का परिणाम,वह स्वयं व्यक्ति के पास लौटता है, न कि ईश्वर और रसूल के पास।


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तफ़सीर राहनुमा, सूर ए आले-इमरान

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