हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली खामेनेई ने फरमाया,हज के मौके पर हाजी अल्लाह और मुसलमानों के दुश्मनों से अपनी बेज़ारी और संबंध विच्छेद का एलान करते हैं।
इस समय अल्लाह और मुसलमानों के दुश्मनों के सबसे स्पष्ट प्रतीक अमरीका और इस्राईल हैं। इसलिए मुसलमानों के क़त्ले आम में लिप्त इस्राईल और अमरीका के ख़िलाफ़ हाजी अपनी भावनाओं का इज़हार करते हैं।
सऊदी अरब के शासक ने इस पर रोक लगाने के लिए एलान कर दिया कि हज में इस्राईल पर एतेराज़ करने का किसी को हक़ नहीं है।
यमन के अंसारुल्लाह आंदोलन के वरिष्ठ नेता भी हज के लिए गए हैं और उन्होंने ‘बराअत’ क्रिया अंजाम देते हुए खुलकर नारे लगाए। यमनी हाजियों के इस समूह में अंसारुल्लाह के बड़े कमांडर जनरल यहया अलरज़ामी भी शामिल थे। वो यमन-सऊदी अरब सीमा पर नजरान के इलाक़े के आप्रेशनल कमांडर हैं।