हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद मूसा शुबैरी ज़ंजानी ने कहा, "इमाम हसन (अ), हज़रत अबुल फज़लिल अब्बास (अ) और हज़रत इमाम ज़माना (अ) के दस्तरख़ान" के बारे में एक प्रश्न का उत्तर दिया है। शरई मसाइल मे दिस चस्पी रखने वाले पाठको के लिए सवाल और उसके उत्तर का पाठ प्रस्तुत किया जा रहा है।
* इमाम हसन (अ), हज़रत अबुल फ़ज़लिल अब्बास (अ) और हज़रत इमाम ज़माना (अ) के दस्तरख़ान का शरई हुक्म
प्रश्न: इमाम हसन (अ), हज़रत अबुल फ़ज़लिल अब्बास (अ) और हज़रत इमाम ज़माना (अ) के दस्तरख़ान जो आज प्रथागत हैं, क्या वे सही, अनुमेय और फायदेमंद हैं?
उत्तर: इन अवसरों के लिए कोई विशेष शरीयत नियम नहीं है, हालांकि, मूल अहले-बैत (अ) से तवस्सुल करना और विश्वासियों को खाना खिलाना शरिया में मतलूब और पसंदीदा है।
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