मंगलवार 14 जनवरी 2025 - 07:04
शरई अहकाम | एतेकाफ़ के मख़सूस अहकाम

हौज़ा /हज़रत आयतुल्लाह नासिर मकारम शिराज़ी ने रजब महीने के दिनों में एतेकाफ़ के अहकाम बताए हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, आयतुल्लाहिल उज़्मा नासिर मकारम शिराज़ी ने रजब के महीने मे एतेकाफ़ के अहकाम बयान फ़रमाए है, जिसे हम अपने प्रिय पाठको के लिए प्रस्तुत कर रहे हैं।

* एतेकाफ़ को बातिल करने वाली चीजटे

1. वे सभी कार्य जो दिन में करने पर रोज़े को बातिल कर देते हैं।

2. संभोग, चाहे दिन हो या रात, और अन्य यौन सुख एहतियात वाजिब के तौर पर एतेकाफ़ को बातिल कर देते हैं।

3. एतेकाफ़ के दूसरे मोहर्रेमात, जैसे क्रय-विक्रय, इत्र का प्रयोग, तथा एहतियात वाजिब के तौर पर ये कार्य एतेकाफ़ को बातिल करने वाली चीज़ो में शामिल हैं।

* कज़ा हुए एतिकाफ़ का तत्काल भुगतान

क़ज़ा एतेकाफ़ तुरन्त अंजाम देना वाजिब नहीं है, लेकिन एहतियात वाजिब के तौर पर इसे पहले अवसर पर करना बेहतर है।

* एतेकाफ़ मे हराम काम करना 

कोई हराम काम एतेकाफ़ को तब तक नहीं तोड़ता जब तक कि वह उन विशिष्ट कार्यों में शामिल न हो जो एतेकाफ़ को बातिल करते हैं।

एतेकाफ़ के मोहर्रेमात

1. पत्नी के साथ संभोग करना

2. हस्तमैथुन (एहतियात वाजिब की बिना पर)

3. इत्र का प्रयोग

4. खरीदना और बेचना

5. अनावश्यक बहस और चर्चा

* रजब के महीने में एतेकाफ़

रजब माह के एतेकाफ के संबंध में कोई विशेष रिवायत नहीं है, जबकि रिवायतो में रमजान, विशेषकर इसके अंतिम दस दिनों के महत्व का वर्णन किया गया है। हालाँकि, सामान्य तर्कों के आधार पर, रमज़ान के अलावा अन्य महीनों में भी एतेकाफ़ करना जायज़ है। रजब का महीना, जो वर्ष के सबसे मुबारक महीनों में से एक है, और जिसमें अमल उम्मे दाऊद किया जाता है, उसमें भी एतेकाफ़ से बहुत पुण्य मिलने की उम्मीद की जाती है।

* एतेकाफ़ के सही होने की शर्ते

1. ईमान

2. बुद्धि

3. क़सद ए क़ुरबत

4. रोज़ा

5. कम से कम तीन दिन का होना

6. जामा मस्जिद में होना

7. पति, माता-पिता और मालिक से अनुमति

8. मस्जिद से बाहर न निकलना

* एतेकाफ़ की न्यूनतम अवधि

एतेकाफ़ कम से कम तीन दिन का होना चाहिए। अगर एतेकाफ़ तीन दिन से कम समय तक चलता है (उदाहरण के लिए, एक या दो दिन), तो यह बातिल है।

* महिला के एतेकाफ़ के लिए पति की अनुमति

अगर औरत के एतेकाफ़ की वजह से शौहर के हुकूक का हनन हो रहा हो तो शौहर की इजाज़त लेना ज़रूरी है। लेकिन अगर शौहर के हुकूक का हनन न भी हो रहा हो तो भी एहतियाते वाजिब की बिना पर शौहर की इजाज़त लेना ज़रूरी है। 

* मस्जिद या जामा मस्जिद होने की पुष्टि

1. विश्वास और ज्ञान

2. सामान्य प्रतिष्ठा जो आत्मविश्वास पैदा करती है

3. शरई गवाही

4. एक आदिल व्यक्ति की खबर

* मस्जिद के विस्तारित स्थान में एतेकाफ़

मस्जिद के विस्तारित क्षेत्र भी मस्जिद के अधिकार क्षेत्र में आते हैं, बशर्ते कि वे मस्जिद का हिस्सा हों।

* एतेकाफ़ का स्थान

एतेकाफ़ जामा मस्जिद में किया जाना चाहिए।

* जामा मस्जिद की परिभाषा

जामा मस्जिद वह मस्जिद है जहाँ नियमित रूप से नमाज ए जमात आयोजित की जाती हैं।

* लगातार तीन दिन एतेकाफ़ की ज़रूरत

एतेकाफ़ लगातार तीन दिनों के बिना पूरा नहीं होता।

* क़स्दे क़ुरबत

अल्लाह की प्रसन्नता के लिए ख़ालिस नियत से हज और उमराह जैसी इबादत करना ही निकटता का उद्देश्य है।

* पति के आदेश पर एतेकाफ़ तोड़ना

यदि कोई महिला अपने पति के आदेश पर अपना एतेकाफ़ तोड़ दे तो कफ़्फ़ारा वाजिब नहीं है, लेकिन लाजिम है कि एतेकाफ़ की क़ज़ा करे।

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