हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार,हरम-ए हज़रत मासूमा स.अ. में शब-ए-क़द्र (19, 21 और 23 रमज़ानुल मुबारक की रात्रि की विशेष समारोहों की तफ़सील (विवरण) का एलान कर दिया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, शब-ए-क़द्र का समारोह रात 10 बजे से सुबह 2 बजे तक शबिस्तान-ए इमाम ख़ुमैनी (रह.) में आयोजित की जाएंगी। इस प्रोग्राम की शुरुआत पहले क़ुरान की तिलावत, अहकाम-ए शरई का बयान, मुनाजात (प्रार्थना), और ज़ियारत-ए इमाम हुसैन (अ.स.) की क़िराअत की मजलिसें आयोजित की जाएंगी जबकि समारोह के अंत में ज़ियारत-ए वारिसा पढ़ी जाएगी।
19 और 21 रमज़ानुल मुबारक की समारोह में दुआ-ए जौशन-ए कबीर की क़िराअत अब्बास हैदरज़ादेह और हसन शालबाफ़ान करेंगे, जबकि ख़ुतबात (भाषण) और क़ुरान को सर पर रखने जैसे अमल हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन रफ़ीई करेंगे।
23 रमज़ानुल मुबारक की रात दुआ-ए जौशन-ए कबीर की क़िराअत सैयद अली हुसैनी नेज़ाद करेंगे, जबकि ख़ुतबात और क़ुरान को सर पर रखने जैसे अमल हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन मीरबाक़री करेंगे।
क़ाबिल-ए-ज़िक्र है कि शब-ए-क़द्र की इह्या की समारोह रात 11 बजे से सुबह 2 बजे तक दुआ-ए जौशन-ए कबीर की क़िराअत के साथ आयोजित की जाएंगी, और यह प्रोग्राम सीधे टीवी चैनल 2 और सूबाई चैनल नूर से सीधा प्रसारित भी किया जाएगा।
यह समारोह रमज़ान के आख़िरी अशरा में मनाए जाने वाले शब-ए-क़द्र की रातों का हिस्सा हैं, जो शिया मुसलमानों के लिए बहुत ही पवित्र और फ़ज़ीलत वाली रातें मानी जाती हैं। इन रातों में इबादत, दुआ, और क़ुरान की तिलावत का विशेष महत्व होता है।
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