۴ آذر ۱۴۰۳ |۲۲ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 24, 2024
दिन की हदीस

हौज़ा/हज़रत इमाम अली अ.स.ने एक रिवायत में एक अहम नसीहत फरमाई है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "गेरारूल हिकम" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

:قال امیر المؤمنين عليه السلام

ان انفاسك أجزاء عمرك فلا تفنها الا فی طاعة تزلفك.

हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:

ए इंफास तेरी उम्र के अज्ज़ा हैं इसलिए इन्हें सेवाएं राहे अताअत के कि जो तुम्हें खुदा के नज़दीक करें, फना ना करो।

गेरारूल हिकम,पेज 3430

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