हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमोली ने कहां,इमाम हुसैन अ.स. की कर्बला का संदेश मुसलमानों को ऊर्जा और ताक़त देता है कि वे हर तरह के ख़तरों का सामना डटकर करें और किसी से न डरें। उम्मत को एकजुट करके और हर मोर्चे पर मज़बूती से खड़े होकर दुश्मन का मुकाबला करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
इमाम हुसैन (अ.स.) के कर्बला का संदेश मुसलमानों को शक्ति और तैयारी प्रदान करता है, ताकि वे सभी खतरों का सामना कर सकें और डर को अपने दिलों में जगह न दें।मैं मृत्यु को केवल सुख ही समझता हूँ, और अत्याचारियों के साथ जीवन को केवल कष्ट।
इसलिए, सभी का कर्तव्य है कि वे अहलेबैत (अ.स.) के मकतब को अच्छी तरह समझें, उसकी रक्षा करें और उम्मत (मुस्लिम समुदाय) को मजबूत करके हर मोर्चे पर सक्रिय रूप से उपस्थित रहें, ताकि दुश्मन का मुकाबला करने के लिए तैयार रहें।
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