हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन खानी ने हौज़ा न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में खुर्रमाबाद में यह बात कही उन्होंने कहा कि 12 दिनों के इस जबरन थोपे गए युद्ध का एक परिणाम यह था कि इसने ईरानी इस्लामी राष्ट्र की एकता और एकजुटता को प्रदर्शित किया उन्होंने कहा,ईरानी इस्लामी राष्ट्र की बहादुराना एकता और एकजुटता इस्लाम और क्रांति के दुश्मनों की आँखों में काँटा बनी हुई थी।
उन्होंने कहा,हमने 12 दिनों के पवित्र रक्षा महाकाव्य में एक मजबूत ईरान की एक नई तस्वीर को अपने लिए, दुनिया के लिए और यहाँ तक कि दुश्मनों के लिए भी प्रस्तुत किया।
खानी ने जोर देकर कहा,काफिरों की ईर्ष्या की आग उनके अंदर तक जल रही है क्योंकि एक नई वैश्विक महाशक्ति ईरान' पूर्व में विश्वास, इस्लाम, कुरान और अहलुलबैत अ.स.के नाम पर उभर रहा है, जो उनके साथ मुकाबला कर रहा है, और वह उनकी हार और क्षेत्र से बाहर निकाले जाने से कम पर संतुष्ट नहीं होगा।
हुज्जतुल इस्लाम खानी ने कहा,हमें सावधान रहना चाहिए कि अमेरिका और ज़ायोनी शासन के आज के मर्ज़दारों की शैतानी आवाज़ ईरानी राष्ट्र की पंक्तियों में न सुनाई दे।उन्होंने स्पष्ट किया,92 मिलियन की ईरानी जनता ने अपनी एकता, एकजुटता और संगठन के साथ दुश्मन को अपने पैरों तले कुचल दिया।
दलफान के इमाम जुमा ने जोर देकर कहा,अगर अपराधी ट्रम्प और गंदे नेतन्याहू के दिमाग में कोई और गलत सपना आता है, तो इस बार हम तेल अवीव के दो-तिहाई हिस्से को इन मूर्ख अपराधियों और उनके खोखले सपनों के साथ नरक की कब्र में दफ़न कर देंगे।
उन्होंने कुछ बहादुर राष्ट्रों का आभार व्यक्त किया जो अमेरिकी साम्राज्यवाद से जूझ रहे हैं और याद दिलाया,दुर्भाग्य से क्षेत्र के कुछ बेगैरत शासकों ने जिहाद की आयतों को निलंबित कर दिया है और दुनिया के लोगों, विशेष रूप से गाजा और फिलिस्तीन के मजलूम लोगों पर हो रहे अत्याचारों के सामने चुप्पी साध ली है।
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