गुरुवार 7 अगस्त 2025 - 09:01
शरई अहकाम। नज़्र की अदाईगी मे देरी

हौज़ा / इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता ने "नज़्र की अदाईगी में देरी" से संबंधित पूछे गए सवाल का जवाब दिया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता ने "नज़्र की अदाईगी में देरी" से संबंधित पूछे गए सवाल का जवाब दिया है। शरई मसाइल मे रूचि रखने वालो के लिए पूछे गए सवाल और उसके जवाब का पाठ प्रस्तुत किया जा रहा है। 

* नज़र की अदाईगी में देरी

सवाल: अगर हम नज़्र की अदाईगी को रोकें या देर से करें, तो क्या यह गलत है? जैसे कि कई साल बाद अपनी नज़र अदा करें, क्या इसमें कोई हरज है और क्या इस पर कफ़्फ़ारा जरूरी है या नहीं?

जवाब: यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी नज़्र कैसी है; अगर आपकी नज़्र किसी खास समय पर पूरी करने के लिए न हो तो उसे देर से करने में कोई हरज नहीं है, जब तक आपको मौत का डर न हो। ऐसी स्थिति में इस पर कफ़्फ़ारा भी नहीं बनता।

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