हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "बिहार अल-अनवार" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال الامام الحسین علیه السلام:
لَوْ لَمْ يَبْقَ مِنَ الدُّنْيا إلاّ يَوْمٌ واحِدٌ لَطَوَّلَ اللّه ُعَزَّوَجَلَّ ذلِكَ الْيَوْمَ حَتّى يَخْرُجَ رَجُلٌ مِنْ وُلْدى، فَيَمْلَأُها عَدْلاً وَ قِسْطاً كَما مُلِئَتْ جَوْراً وَ ظُلْماً، كَذلِكَ سَمِعْتُ رَسُولَ اللّه ِصلي الله عليه و آله يَقُول۔
हज़रत इमाम हुसैन (अ) ने फ़रमाया:
चाहे इस संसार में केवल एक ही दिन बचा हो, अल्लाहा तआला उस दिन को इतना लंबा कर देगा कि मेरे परिवार का एक व्यक्ति ज़ाहिर होगा और वह संसार को न्याय और धर्म से इस प्रकार भर देगा जैसे वह उत्पीड़न से भरा हुआ था। (फिर उन्होंने कहा) यही बात मैंने अल्लाह के रसूल से भी सुनी है।
बिहार अल-अनवार, भाग 51, पेज 133