शनिवार 20 सितंबर 2025 - 05:11
मोमिन का हक़ ग़स्ब करने का अंजाम

हौज़ा/ इमाम जाफ़र सादिक (अ) ने एक रिवायत में क़यामत के दिन दूसरों, ख़ासकर मोमिनों, के हक़ूक़ ग़स्ब करने के अंजाम का वर्णन किया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "सवाब अल-आमाल" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

قال الامام الصادق علیه السلام:

مَن حَبَس حَقَّ المُؤمِنِ، اَقامَهُ اللهُ یَومَ القِیامَةِ خَمسَمِأَةَ عامٍ عَلی رِجلَیهِ حتّی یسیلَ مِن عَرَقِهِ أَودِیةٌ... ثُمّ یُؤمَرُ بِه اِلی النّار

इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने फ़रमाया:

जो कोई किसी मोमिन का हक़ ग़स्ब करेगा, अल्लाह उसे क़यामत के दिन पाँच सौ वर्ष तक इस प्रकार खड़ा रखेगा कि उसके शरीर से पसीने की धारा बह निकलेगी, और फिर उसे जहन्नम में डालने का आदेश दिया जाएगा।

सवाब अल-आमाल, पेज 545

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