हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्मलिखित रिवायत "सवाब उल आमाल" नामक पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार हैः
امام صادق علیهالسلام:
«إِنَّ زِیارَةَ قَبرِ الحُسَینِ (علیهالسلام) تَعدِلُ مِائةَ حَجَّةٍ مَقبولَةٍ مَعَ رَسولِ اللّٰهِ (صلّیاللّٰهعلیهِوآلِهِ).»
इमाम सादिक़ अलैहिस्सलाम ने फ़रमायाः
निसंदेह इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की क़ब्र की ज़ियारत का सवाब रसूल खुदा के साथ किए गए सौ मक़बूल हज के बराबर है।
सवाब उल आमाल, पेज 52
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