गुरुवार 16 अक्तूबर 2025 - 21:37
मौलाना सैयद तक़ी रज़ा आबिदी ने मौलाना क़ल्बे जवाद नक़वी पर हमले की जोरदार निंदा की/ सरकार से उपद्रवी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की

हौज़ा / दक्षिण भारत शिया उलेमा परिषद के अध्यक्ष मौलाना सैयद तक़ी रज़ा आबिदी ने प्रसिद्ध धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद नक़वी पर हुए हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि यह घटना केवल एक व्यक्ति पर नहीं बल्कि पूरे शिया समुदाय की प्रतिष्ठा पर हमला है। उन्होंने मौजूदा सरकार और संबंधित संस्थानों से मांग की कि हमले में शामिल उपद्रवी तत्वों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और धर्मगुरुओं तथा धार्मिक हस्तियों को प्रभावी सुरक्षा प्रदान की जाए।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,दक्षिण भारत शिया उलेमा परिषद के अध्यक्ष मौलाना सैयद तक़ी रज़ा आबिदी ने प्रसिद्ध धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद नक़वी पर हुए हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि यह घटना केवल एक व्यक्ति पर नहीं बल्कि पूरे शिया समुदाय की प्रतिष्ठा पर हमला है। उन्होंने मौजूदा सरकार और संबंधित संस्थानों से मांग की कि हमले में शामिल उपद्रवी तत्वों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और धर्मगुरुओं तथा धार्मिक हस्तियों को प्रभावी सुरक्षा प्रदान की जाए।

निंदा बयान का पाठ निम्नलिखित है:

بِسْمِ اللہِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِیْمِ

हम प्रसिद्ध धर्मगुरु, वक्फ और शिया विरासत के संरक्षक मौलाना कल्बे जवाद नक़वी साहब किबला के साथ हाल की घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं, जिसमें कुछ उपद्रवी, संकीर्ण सोच वाले और सांप्रदायिक मानसिकता वाले गैर-शिया और गैर-मुस्लिम तत्वों ने उनका रास्ता रोककर हमला, अभद्रता और अपमान करने की हिमाकत की।

मौलाना कल्बे जावेद नक़वी साहब वह व्यक्तित्व हैं जिन्होंने वर्षों से मुसलमानों की मस्जिदों, इमामबाड़ों, कब्रिस्तानों और अन्य वक्फ संपत्तियों को अवैध कब्जे से बचाने और कानूनी तरीकों से बहाल कराने में सक्रिय भूमिका निभाई है। उनकी सेवाएं पूरे मुस्लिम समाज के लिए गौरव की बात हैं।

यह घटना न केवल एक व्यक्ति का अपमान है, बल्कि पूरे समुदाय की प्रतिष्ठा पर हमला है। ऐसे उपद्रवी तत्वों का उद्देश्य केवल अशांति, भय और नफरत को बढ़ावा देना है, जिसे हर सचेत व्यक्ति पूरी तरह खारिज करता है।

हम मौजूदा सरकार और संबंधित प्रशासन से जोरदार मांग करते हैं कि, इस घटना में शामिल तत्वों की तुरंत पहचान करके गिरफ्तारी की जाए।

धर्मगुरुओं और धार्मिक हस्तियों को उचित सुरक्षा प्रदान की जाए।सांप्रदायिक माहौल पैदा करने वाले तत्वों के खिलाफ प्रभावी कानूनी कार्रवाई की जाए।

साथ ही हम सभी मतों के धर्मगुरुओं, बुद्धिजीवियों और विश्वासियों से अपील करते हैं कि वे एकता और जागरूकता का प्रदर्शन करें, और ऐसी दुखद घटनाओं पर चुप्पी न बनाए रखें।

उलेमा का सम्मान और अहल बैत अ.स.की विरासत की रक्षा करना, हमारी सामूहिक और आस्थापूर्ण जिम्मेदारी है।

मौलाना सैयद तक़ी रज़ा आबिदी
अध्यक्ष, दक्षिण भारत शिया उलेमा परिषद

टैग्स

आपकी टिप्पणी

You are replying to: .
captcha