शनिवार 1 नवंबर 2025 - 06:32
बातिन की ज़ाहिर पर बरतरि और फ़ौक़ीयत

हौज़ा/ इमाम मुहम्मद बाक़िर (अ) ने एक रिवायत में क़यामत के दिन बातिन के ज़ाहिर से बेहतर फल देने की ओर इशारा किया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "आमाली सदूक़" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

قال الامام الباقر علیہ السلام:

مَنْ کَانَ ظَاهِرُهُ أَرْجَحَ مِنْ بَاطِنِهِ خَفَّ مِیزَانُهُ

इमाम मुहम्मद बाक़िर (अ) ने फ़रमाया:

जिसका रूप उसके आंतरिक आत्मा से ज़्यादा महत्वपूर्ण है, उसके कर्मों का पलड़ा हल्का और कम मूल्यवान होगा।

आमाली सदूक़, पेज 580, हदीस 798

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