हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,इस रिवायत को "आमाली ए सदुक" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال رسول الله صلی الله علیه وآله وسلم
أعدَلُ النّاسِ مَن رَضِيَ لِلنّاسِ ما يَرضى لِنَفسِهِ، وكَرِهَ لَهُم ما يَكرَهُ لِنَفسِهِ
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:
सबसे न्यायप्रिय व्यक्ति वह है जो दूसरों के लिए वही पसंद करता है जो वह अपने लिए पसंद करता है और जो अपने लिए पसंद नहीं करता और दूसरों के लिए भी पसंद ना करें।
आमाली ए सदुक,41/72