हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "आमाली" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال رسول الله صلی الله علیه وآله وسلم
إِنَّ اللَّهَ (تَبَارَكَ وَ تَعَالَى) لَا يَنْظُرُ إِلَى صُوَرِكُمْ وَ لَا إِلَى
أَمْوَالِكُمْ وَ لَكِنْ يَنْظُرُ إِلَى قُلُوبِكُمْ وَ أَعْمَالِكُمْ.
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:
अल्लाह तआला तुम्हारी शक्ल और सूरत को नहीं देखता हैं,बल्कि तुम्हारे दिलों और आमाल को देखता हैं,
आमाली,तुसी पेंज 526
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