नहजुल बलाग़ा (62)
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ईरानअंतर्राष्ट्रीय इल्मी वेबिनार (1) "उपमहाद्वीप में नहजुल बलाग़ा का मक़ाम और उसका तर्बियती किरदार / प्रमुख इल्मी और हौज़वी हस्तियों के भाषण
हौज़ा / मज्मा जहानी ए अहले-बैत (अ.स.) और इस्लामिक विचार केंद्र के सहयोग से, शनिवार, 15 नवंबर, 2025 को गूगल मीट के माध्यम से "उपमहाद्वीप में नहजुल-बलाग़ा का स्थान और उसकी शैक्षिक भूमिका" शीर्षक…
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फैसलाबाद में भव्य "नहजुल-बलाग़ा सम्मेलन" आयोजित;
दुनियासदियाँ बीत जाने के बावजूद, नहजुल बलाग़ा आधुनिक भाषा में समकालीन समस्याओं का समाधान प्रस्तुत करता है: मुक़र्रेरीन
हौज़ा / पाकिस्तान के शहर फैसलाबाद में नहजुल बलाग़ा का पैग़ाम फैलाने और समाज में सोच व अच्छे अख़लाक की जागरूकता पैदा करने के लिए मरकज़ अफ़कार-ए-इस्लामी और अंजुमन हुसैनिया बौस्तान ज़हरा के सहयोग…
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उलेमा और मराजा ए इकरामनहजुल बलाग़ा इल्म, अदब, हिक्मत और तहज़ीबी तरबियत का अज़ीम मकतब है, आयतुल्लाह आराफ़ी
हौज़ा / क़ुम के इमाम जुमा आयतुल्लाह आराफ़ी ने कहा: हम इस हक़ीक़त के क़ायल हैं कि नई स्मार्ट टेक्नोलॉजीज़ में बेमिसाल मौक़े मौजूद हैं लेकिन फ़र्द, खानदान, समाज और निज़ाम-ए हुकूमरानी के लिए संगीन…
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दुनियानहजुल बलाग़ा, किताब‑ए‑वहदत है उम्मत‑ए‑मुसलिमा को एकजुट करने वाली किताब है: मुक़र्रेरीन
हौज़ा / पाकिस्तान के शहर कराची में "नहजुल बलाग़ा" के पैग़ाम को आम करने और समाज में फ़िक्री (विचारात्मक) व अख़लाक़ी (नैतिक) जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से "मरकज़‑ए‑अफ़कार‑ए‑इस्लामी" की जानिब…
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दिन की हदीसः
धार्मिकगुनाहाने कबीरा का कफ़्फ़ारा
हौज़ा / अमीरुल मोमेनीन इमाम अली (अ) ने एक रिवायत में गुनाहाने कबीरा के निशान मिटाने का तरीका बताया है।
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हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन पनाहियान:
ईरानविद्वानों और छात्रों को नहजुल-बलाग़ा के साथ निरंतर शैक्षणिक और शैक्षिक संपर्क बनाए रखना चाहिए
हौज़ा/ हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन अली रज़ा पनाहियान ने कहा: मदरसों, उच्च मदरसा केंद्रों, विश्वविद्यालयों और स्कूलों में नहजुल-बलाग़ा पर पाठ्यक्रम नहजुल-बलाग़ा आंदोलन को बढ़ावा देने में बहुत…
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विद्वानो के वाक़ेआतः
उलेमा और मराजा ए इकरामआयतुल्लाह मरंदी: "मुझे आश्चर्य है कि मैं अभी तक पागल क्यों नहीं हुआ!"
हौज़ा/ आयतुल्लाह मरंदी अपने जीवन की आध्यात्मिकता और उपासना के शिखर में इतने डूबे हुए थे कि वे हर पल अपने हृदय में ईश्वरीय प्रेम और ईश्वर के दर्शन की लालसा महसूस कर सकते थे। उनकी उपासना, आँसुओं…
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धार्मिकइमाम अली (अ) और हक़ीक़ी ईमान के चार ज़रूरी स्तंभ
हौज़ा / इमाम अली (अ) ने नहजुल बलाग़ा की हिकमत संख्या 31 में फ़रमाया है कि ईमान चार स्तंभों पर आधारित है: सब्र, यक़ीन, इंसाफ़ और जिहाद।
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धार्मिकनहज ए ज़िंदगी | वह पाप जो अल्लाह की नज़र में नेकी से भी बेहतर है
हौज़ा / "जो पाप या बुरा काम आपको दुखी (और पछतावे) करता है, वह अल्लाह की नज़र में उस नेकी से बेहतर है जो आपको अहंकारी और घमंडी बनाती है।" पूर्णता और प्रगति का अर्थ है अल्लाह के करीब पहुँचना और…
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धार्मिकनहजुल बलाग़ा में इमाम अली (अ) और दिलों को वश में करने की कलाएँ
हौज़ा / इमाम अली (अ) की नहजुल बलाग़ा की हिकमत संख्या 50, इंसानों के दिलों को जंगली और रेगिस्तानी जानवरों जैसा बताती है, और उन्हें सुधारने और उनके प्रति प्रेम और स्नेह पैदा करने को उन्हें अपनी…
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धार्मिकइच्छाएँ मानव कर्मों को कैसे नष्ट कर देती हैं?
हौज़ा / इमाम अली (अ) ने नहजुल बलाग़ा की हिकमत संख्या 36 में दीर्घकालिक इच्छाओं को बुरे कर्मों की जड़ बताया है। हालाँकि इच्छाएँ मानव कर्म और प्रयास को प्रेरित करती हैं, लेकिन इसकी अधिकता व्यक्ति…
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धार्मिकअमीरुल मोमेनीन हज़रत अली (अ) के अनुसार प्रभावी शिक्षा और प्रशिक्षण के मुख्य बिंदु
हौज़ा / नहजुल-बलाग़ा की हिकमत संख्या 73 में, इमाम अली (अ) ने दूसरों को प्रशिक्षण देने से पहले आत्म-सुधार पर ज़ोर दिया है। उन्होंने कहा है कि जो व्यक्ति शासक और जनता का नेता है, उसे पहले स्वयं…
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धार्मिकहज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम के नज़दीक सआदत के चार राज़
हौज़ा / हज़रत अली अलैहिस्सलाम ने नहजुल बलाग़ा की हिकमत नंबर 44 में चार अहम सिफ़ात को सआदत और कामयाबी की बुनियाद क़रार दिया है यह मुख़्तसर मगर बलीग़ जुमले किसी भी मोमिन की ज़ेहनी और अमली ज़िंदगी…
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धार्मिकनहजुल बलाग़ा में इमाम अली (अ) की चेतावनी: नेमतें और गुनाह, एक ही सिक्के के दो पहलू
हौज़ा/अमीरूल मोमेनीन हज़रत अली (अ) नहजुल बलाग़ा की हिकमत संख्या 25 में शुक्रगुज़ारी और ज़िम्मेदारी का एक बहुत ही महत्वपूर्ण बिंदु बताते हैं।
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दिन की हदीसः
धार्मिकभय का इलाज
हौज़ा/अमीरुल मोमेनीन इमाम अली (अ) ने एक रिवायत में किसी चीज़ के डर और भय के इलाज का वर्णन किया है।
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धार्मिकहर गलती पर मलामत क्यों नही? – इमाम अली (अ) का हिकमत भरा मार्गदर्शन
हौज़ा / अमीरुल मोमेनीन हज़रत अली (अ) ने हिकमत संख्या 15 में मानवीय परीक्षणों, गलतियों और उन पर प्रतिक्रियाओं के बारे में बहुत सटीक बात कही है।
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हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन अब्बास इस्कंदरी:
ईरानहरम मुताहर को कुरान, नहजुल बलाग़ा और सहीफ़ा सज्जादिया की शिक्षा और प्रचार का केंद्र होना चाहिए
हौजा/हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन अब्बास इस्कंदरी ने कहा: हमें कुरान, नहजुल बलाग़ा और सहीफ़ा सज्जादिया पर विशेष ध्यान देना चाहिए और इस संबंध में पवित्र स्थलों पर ध्यान केंद्रित करते हुए कार्यक्रम…
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ईरानअगर समाज कुरानिक होगा तो दुश्मन हमला करने की हिम्मत नहीं करेगा: आयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमोली
हौज़ा/मरजा तकलीद आयतुल्लाहिल उज़्मा जावादी आमोली ने कहा है कि यदि कोई समाज वास्तव में कुरानिक है, तो दुश्मन उस पर हमला करने की हिम्मत नहीं करेगा।
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भारतअल्लाह अली (अ) के दुश्मन से खुश नहीं हो सकता: मौलाना सय्यद रज़ा हैदर जै़दी
हौज़ा / "मुनाफ़िक़ की पहचान" समझाते हुए मौलाना सय्यद रजा हैदर जै़दी ने पैग़म्बर (स) की हदीस का हवाला दिया "ऐ अली (अ)! कोई भी आपसे मोमिन के अलावा प्यार नहीं करेगा और कोई भी आपसे नफरत नहीं करेगा…
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दिन की हदीस:
धार्मिकहज़रत अली (अ) की सबक़ आमूज़ नसीहत
हौज़ा / हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में अल्लाह से हमेशा उम्मीद रखो, लेकिन उसकी नाफ़रमानी से डरते भी रहो की ताकीद फरमाई हैं।
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भारतजो धन व्यक्ति को विद्रोही और बागी बनाता है वह निंदनीय है: मौलाना सय्यद रजा हैदर जैदी
हौज़ा/ रमजान की 23 तारीख को मौलाना सय्यद रजा हैदर जैदी ने नहजुल बलाग़ा के अध्याय "कलमात क़िसार" की तीसरी हदीस का तीसरा वाक्य बयान करते हुए कहा: ज़रूरत पूरी न करना गरीबी है। अगर कोई व्यक्ति बीमार…
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दिन की हदीस:
धार्मिकसख़्त कामों से खौफ का इलाज
हौज़ा / हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में सख्त कामों को अंजाम देने के तरीके को बयांन किया हैं।
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धार्मिकअली की तनहाई और नहजुल बलाग़ा
हौज़ा/अली (अ) अभी भी अकेले हैं, नहजुल बलाग़ा अभी भी अजनबी हैं। दुनिया न तो अली (अ) को कल समझती थी, न आज समझती है। शायद क़यामत के दिन तक अली (अ) और उनके शब्द सिर्फ़ कुछ अच्छे दिल वाले लोगों के…
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दिन की हदीस:
धार्मिकमोमिन की हक़ीक़ी ईद
हौज़ा / हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में काबिले गौर बातें बयान फरमाई हैं।
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दिन की हदीसः
धार्मिकमित्र के वेश में छिपे शत्रु से सावधान रहें!!
हौज़ा/अमीरुल मोमेनिन इमाम अली (अ) ने एक रिवायत में बताया है कि दुश्मन आप पर अचानक हमला करने के लिए कौन सी रणनीति अपनाता है।
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दिन की हदीसः
धार्मिकमानव जीवन की कीमत!
हौज़ा/अमीरुल मोमिनीन इमाम अली (अ) ने एक रिवायत में मानव जीवन के भारी मूल्य का वर्णन किया है।
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हुज्जतुल-इस्लाम वल-मुस्लेमीन दीन परवर:
उलेमा और मराजा ए इकरामपूरी दुनिया में नहजुल-बालाग़ा और सहीफ़ा सज्जादिया की शिक्षाओं को बढ़ावा देने की जरूरत है
हौज़ा/नहजुल बलागा शैक्षिक प्रतियोगिताओं के जज ने कहा: अन्य संस्थाएं भी शैक्षिक प्रतियोगिताओं का आयोजन करती हैं, लेकिन "औक़ाफ़ संगठन" के तहत प्रतियोगिताओं में हम जो देखते हैं वह अधिक संगठित और…