हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, निम्नलिखित कथन को " नहजुल फ़साहा" पुस्तक से नकल किया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
قال رسول اللہ صلی الله علیه و آله و سلم
إِنْ أَحْبَبْتُمْ أَنْ یُحِبَّکُمُ اللّه ُ وَ رَسولُهُ فَأَدّوا إِذَا ائْتُمِنْتُمْ وَ اصْدُقوا إِذا حَدَّثْتُم ْوَ أَحْسِنوا جِوارَ مَنْ جاوَرَکُم
रसूले ख़ुदा (स.अ.व.व.)ने फरमाया:
अगर चाहते हो कि अल्लाह और रसूले ख़ुदा (स.अ.व.व.) तुमसे प्यार करें!
1- तो जब अमानत तुम्हारे पास रखी जाए तो उसे सही व सालिम वापस करो,
2- जब बोलें तो सच बोलें,
3- और अपने पड़ोसियों के साथ अच्था व्यवहार करो।
नहजुल फ़साहा: हदीस नं.554