۴ آذر ۱۴۰۳ |۲۲ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 24, 2024
शहंशाह नक़वी

हौज़ा / वो इस्लामिक दुनिया के दुश्मन, संयुक्त राज्य अमेरिका, इज़राइल और उनके अनुयायियों के खिलाफ आखिरी सांस तक डटे रहे, इमाम ख़ुमैनी मुस्लिम उम्मा के अस्तित्व को आपसी एकता और भाईचारे की शर्त पर मानते थे।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट अनुसार, कराची/ शिया संगठनों की ओर से केंद्रीय इमामबाड़ा जाफरे तैय्यार मलीर में एक सभा को संबोधित करते हुए हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन अल्लामा शहंशाह हुसैन नक़वी ने इमाम खुमैनी की 32वीं पुण्यतिथि के अवसर पर कहा कि इमाम खुमैनी ऐसी बा बसीरत और हकीमाना व्यक्तित्व के मालिक थे जिन्होंने दोस्ती की आड़ में इस्लाम के दुश्मनों के चेहरे बेनकाब कर दिए। वो इस्लामिक दुनिया के दुश्मन, संयुक्त राज्य अमेरिका, इज़राइल और उनके अनुयायियों के खिलाफ आखिरी सांस तक डटे रहे। इमाम ख़ुमैनी मुस्लिम उम्मा के अस्तित्व को आपसी एकता और भाईचारे की शर्त पर मानते थे।

जबकि डॉ. मौलाना नसीम हैदर जैदी ने अपने तक़रीर में कहा कि इमाम खुमैनी इस्लामी दुनिया के एक ऐसे सम्मानित व्यक्तित्व हैं जिनका ज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में अग्रणी है और राजनीतिक और व्यावहारिक नेतृत्व का एक आदर्श उदाहरण भी है। ऐसा व्यक्ति ही वक़्त का धारा और जनता की नियति बदल सकता है।

अपने संबोधन में अल्लामा अमीन शाहिदी, अल्लामा नज़ीर अब्बास तक़वी, अल्लामा बाक़िर अब्बास जैदी, अल्लामा निसार अहमद कलंदरी और अन्य वक्ताओं ने कहा कि इमाम खुमैनी द्वारा दी गई राज्य प्रणाली व्यवस्था के बाद वैश्विक स्तर पर मौजूद इस प्रोपेगंडे का अंत हो गया कि इस्लाम के पास सरकार चलाने  या आधुनिक युग की आवश्यकताओं के अनुसार कोई कार्य योजना या व्यवस्था नहीं है। आपने विलायत-ए-फकीह की विचारधारा और इस्लामी हुकूमत का ढांचा पेश करके दुनिया पर यह साबित कर दिया है कि इस्लाम में एक व्यापक आचार संहिता मौजूद है।

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