हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा मज़ाहेरी इस्फ़हान शहर में समाज में भूले हुए गुणों के विषय पर अपने नैतिक पाठ में कहा: सच्चाई एक ऐसा गुण है कि रसूल अल्लाह स.ल.व.व. और अहलेबैत अ.स. ने बहुत ज़्यादा ज़ोर दिया है। और हज़रत अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में फरमाया सच्चाई दीन की अलामत है।
उन्होंने कहा :सच्चाई की बहुत सारी किसमें है पहली किस अल्लाह ताला से सच्चाई है। और उसका मतलब यह है कि अगर कहीं
«إِیاکَ نَعْبُدُ وَ إِیاکَ نَسْتَعینُ»
तू सच कहें, दूसरी किस्म 14 मासूमीन अलैहिस्सलाम से सच्चाई है। इसका मतलब यह है कि अगर हम कहते हैं कि हम अहलेबैत अ.स. से मोहब्बत करते हैं तो हमारे अमल में भी इसका असर दिखना चाहिए और ज़ाहिर हो, और तीसरी किसम घर में मियां बीवी के दरमियान सच्चाई ज़रूरी है। ताकि घर में सच्चाई कायेम हो और इसका असर दिखे, मियां बीवी होने के अलावा इन्हें घर में दूसरे का दोस्त होना चाहिए
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8 सितंबर 2021 - 15:57
हौज़ा/आयतुल्लाह मज़ाहेरी ने कहा: हज़रत अली अलैहिस्सलाम की हदीस के अनुसार अहलेदीन का प्रतीक है यह सच है कि यह अफ़सोस की बात है कि इस गुण को समाज में भुला दिया गया है।