۴ آذر ۱۴۰۳ |۲۲ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 24, 2024
علامہ ڈاکٹر سید محمد نجفی 

हौज़ा/ रसूल के नवासे हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम शरीयत के बानी हैं, इनसे मोहब्बत हर कौम में पाई जाती है,लेकिन अफसोस, वहाबी का बदसूरत चेहरा अभी भी इस्लाम और इमाम हुसैन की दुश्मनी पर तुला है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,अल्लामा सैय्यद मुहम्मद नजफी अहले बैत, इस्लामाबाद के प्रभारी ,ने अपने बयान में कहां कि इस साल माहे मोहर्रम घटने वाली घटनाए काबिले मज़म्मत है।
उन्होंने कहा बहुत अफसोस की बात है,रसूल के नवासे हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम शरीयत के बानी हैं, इनसे मोहब्बत हर कौम में पाई जाती है,लेकिन अफसोस, वहाबी का बदसूरत चेहरा अभी भी इस्लाम और इमाम हुसैन की दुश्मनी पर तुला है।
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में इत्तेहादे मुसलमीन का सम्मेलन शिया गणमान्य व्यक्तियों द्वारा आयोजित किया गया था और मजमा ए अहलेबैत (अ.स.) ने भी इसमें विशेष भूमिका निभाई थी।
हम इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं और अज़ादारी पर कभी भी आंच नहीं आने देंगे।
अंत में उन्होंने बहावलनगर के शहीदों के उच्च पद के लिए दुआ कि और कहां अल्लाह तआला उनके परिवार वालों को सुख और शांति अता करें।

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