हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार इसके असली रचयिता की खूबसूरती ब्रह्मांड के हर कण में झलकती है। ब्रह्मांड में सब कुछ और हर सूखा रोना कह रहा है कि कोई है जो उन्हें इस खूबसूरत तरीके से बनाने जा रहा है। और सृष्टि की रचनाकर्ता सभी का स्वामी है और उसने इस ब्रह्मांड को मनुष्य के निपटान के लिए बनाया है।
अमरोहा के मोहल्ला दानिश मंदान के बड़े इमाम बारगाह मे अशरा ए अरबाईने हुसैनी से खनऊ के मौलाना शमशाद जाफरी संबोधित कर रहे हैं। इरफाने इलाही के विषय पर बोलते हुए मौलाना शमशाद जाफरी ने मीर अनीस की रुबाई पेश की।
गुलशन में सबा को जुसतुजू तेरी है ...बुलबुल की जुबा पर गुफ्तुगू तेरी है...हर रंग में जल्वा है तेरी क़ुदरत का...जिस फूल को सूंघता हूं बू तेरी है।
मौलाना शमशाद जाफरी के भाषण मे उर्दू भाषा की मिठास घुली हुई है। वो बड़े मुरस्सा और मुसज्जा अंदाजड मे अपनी बातो को प्रस्तुत करते हैं।